सिंहासन (lion pose) के 12 जबरदस्त फायदे जाने विधि और सावधानी -sinhasan(lion pose) ke 14 jabardast fayde ,vidhi,sawdhani

सिंहासन (lion pose) के 14 जबरदस्त फायदे| जाने विधि और सावधानी-14 benefits of sinhasana (lion pose),steps and precautions

सिंहासन योग बहुत ही बेहतरीन योगासन है इस योग के फायदे जबरदस्त हैं। सिंहासन योग के 12 अद्भुत फायदे हैं जो जीवन को निरोगी बनाकर अच्छा स्वास्थ्य लाभ देता है इसलिए इस आसन को करना हमारे लिए लाभदायक हो जाता है।


सिंहासन योग क्या है-what is sinhasana

सिंहासन दो शब्दों से मिलकर बना है ,प्रथम शब्द है सिंह अर्थात शेर ,दूसरा शब्द है आसन अर्थात मुद्रा। सिंहासन को (लायन पोज) के नाम से भी जाना जाता है।इस आसन को करते समय शारीरिक मुद्रा  एक शेर के समान दिखाई देती है।

सिंहासन आसन को करते समय शेर जैसी ही गर्जना करनी होती है। इस आसन  को करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। सिंहासन टांसिल, थायराइड व गले से संबंधित रोगों को दूर करता है।

 कान व गले के लिए यह आसन काफी लाभप्रद है। तो आइए जानते हैं कि इस आसन को करने से कौन-कौन से फायदे मिलते हैं।

लेकिन फायदे तो तब मिलेंगे जब हम इस आसन को करेंगे ,तो सबसे पहले जानते हैं कि इस आसन को करने की विधि क्या है ।उसके बाद में फायदे के बारे में जानकारी करेंगे।

सिंहासन करने की विधि-steps of sinhasana

सिंहासन (lion pose) के 14 जबरदस्त फायदे| जाने विधि और सावधानी-14 benefits of sinhasana (lion pose),steps and precautions


1-किसी स्वच्छ साफ-सुथरी हवादार स्थान पर योगा मैट बिछा ले।

2-यदि संभव हो तो सूर्य की तरफ मुंह करके वज्रासन में बैठ जाएं।

3-वज्रासन में बैठते समय घुटनों को थोड़ा खोल कर रखें।

4-हाथों की अंगुलियों को पीछे की ओर करके पैरों के बीच सीधा रखें।

5-श्वास को अंदर भरे और अपनी जीभ (जिभ्या) को बाहर निकालें।

6-ऊपर की तरफ भूमध्य में देखते हुए स्वास् को बाहर निकालते समय शेर के समान गर्जना करें।

7-यह अभ्यास तीन से चार बार अवश्य करें।

8-सिंहासन करने के बाद गले से लार छोड़ते हुए हल्के हाथ से गले की मालिश करें। ऐसा करने से गले में खराश नहीं होगी।

यह तो हो गई सिंहासन करने की विधि अब सिंहासन करने के कौन-कौन से लाभ मिलते हैं सिंहासन के क्या फायदे हैं इसके बारे में जान ले दोस्तों।

वैसे तो सिंहासन करने के बहुत सारे फायदे हैं लेकिन 14 विशेष प्रकार के फायदे सिंहासन करने के होते हैं जिनके बारे में विस्तार पूर्वक जान लें।

सिंहासन के फायदे-benefits of sinhasana (lion pose)

1- टॉन्सिल बढ़ने में सिंहासन के फायदे

कभी-कभी गले में दर्द होने लगता है और गले के अंदर कुछ भी निगलने में परेशानी होने लगती है। अधिकतर यह समस्या टांसिल के बढ़ने के कारण होती है। यदि इस योगाभ्यास को किया जाए तो टांसिल में काफी लाभ मिलता है।

2-थायराइड में लाभदायक सिंहासन

गले में एक तितली के आकार की ग्रंथि होती है जिसको थायराइड के नाम से जाना जाता है। यदि इसमें किसी प्रकार का विकार पैदा हो जाता है तो शरीर में बहुत से रोग पैदा हो जाते हैं। जिससे शरीर अस्वस्थ हो जाता है। सिंहासन के अभ्यास से थायराइड की समस्या से राहत मिलती है।

3- गले से संबंधित रोगों में

थायराइड और टांसिल के अतिरिक्त भी गले में कई प्रकार के रोग होते हैं ।सिंहासन का नियमित रूप से अभ्यास किया जाए तो गले से संबंधित रोगों से बचाव हो जाता है।

4- कान के रोगों में लाभदायक सिंहासन

कान में भी कई प्रकार के रोग होते हैं जैसे कान से कम सुनाई देना,  कान में सीटी बजना ,आदि कान से संबंधित बीमारियों में सिंहासन लाभ प्रदान करता है।

5-  आवाज को मधुर और स्पष्ट करने में लाभदायक

6- तुतलाहट को दूर कर मधुर आवाज देने वाला आसन

कभी आपने देखा होगा कि बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिनकी आवाज स्पष्ट नहीं होती है। आवाज में भारीपन या तुतलाने की समस्या होती है। सिंहासन करने से इस प्रकार की समस्याएं दूर होती हैं व मधुर वाणी प्राप्त होती है।

7-चेहरे की झुर्रियों को दूर करने में लाभकारी आसन

इस आसन को करने से जब शेर जैसी गर्जना की जाती है, तो चेहरे की सभी पेशियों में खिंचाव पैदा होता है। इसी खिंचाव के कारण जहां तक ब्लड का सरकुलेशन नहीं होता है ,और चेहरे पर झाइयां और झुर्रियां पड़ने लगती हैं। उन अंगों तक ब्लड सरकुलेशन अच्छे से होने लगता है ।जिसके कारण चेहरे पर झुर्रियां दूर होती है ,और चेहरे पर निखार आता है ।चेहरे पर चमक आती है।

8- वजन नियंत्रण करने में लाभदायक

इस आसन को करते समय थायराइड की समस्या दूर होती है और थायराइड की बीमारी के कारण ही वजन बढ़ने लगता है। इसलिए सिंहासन वजन बढ़ने से रोकने के लिए लाभदायक हो जाता है।

9-आंखों के स्वास्थ्य के लिए

जैसा कि आप जान चुके हैं कि इस आसन को करने से चेहरे पर खिंचाव होता है ,जिससे आंखों पर भी जोर पड़ता है।आसन को करते समय भ्रूमध्य की ओर देखना होता है जिससे आंखों का एक प्रकार का व्यायाम हो जाता है। इसीलिए इस आसन को करने से आंखों की नसों की कमजोरी दूर होती है ।आंखें स्वस्थ होती है।

10-पाचन तंत्र के लिए लाभदायक आसन

सिंहासन करने से पाचन तंत्र से संबंधित बीमारियां दूर होती है, और पाचन तंत्र प्रबल होता है।

11-रक्त संचार को सुधारने में लाभदायक

इस आसन को करने से रक्त संचार से जुड़ी हुई समस्याएं दूर होती हैं इस आसन को करने से मुख्य रूप से चेहरे पर रक्त संचार का प्रभाव बढ़ जाता है, साथ ही शरीर के अन्य भागों में भी रक्त का संचार समुचित रूप से होने लगता है और रक्त के साथ ऑक्सीजन समुचित रूप सभी अंगो  को  प्राप्त होने लगती है।

12-स्वास् से संबंधित रोगों के लिए

इस आसन को करने से फेफड़े मजबूत होते हैं व स्वास संबंधी बीमारियां दूर होती हैं।

13-रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने में

सिंहासन करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है ,व रीढ़ की हड्डी से जुड़े हुए जो रोग होते हैं उनमें भी लाभ मिलता है।

14-मुंह की दुर्गंध दूर करने के लिए

यह आसन मुंह की बदबू को दूर करता है।

सिंहासन करते समय सावधानियां-precautions of sinhasana

सिंहासन एक सरल आसन है इसमें किसी विशेष प्रकार की सावधानी की आवश्यकता नहीं होती ,लेकिन फिर भी कुछ चीजें ध्यान देने योग्य हैं।

जैसे यदि आपके घुटनों में किसी प्रकार की चोट है या हाथ की कलाइयों में तो इसका अभ्यास न करें।

सिंहासन करने से पहले किए जाने वाले आसन

वज्रासन

उष्ट्रासन

सुखासन

सिद्धासन

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