yoga tips –तीन सबसे आसान योगासन
योगाभ्यास करने की आदत शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकती है। मानसिक और शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के स्वास्थ्य को फिट रखने के लिए अपनी दिनचर्या में इनको शामिल करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
योग विशेषज्ञ बताते हैं,
कि किसी भी उम्र के लोग नियमित रूप से योगाभ्यास करके शारीरिक और
मानसिक दोनों तरह का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। योग के प्रभाव को जानने के लिए किए
गए कई अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया है कि कुछ योगासन शरीर को बीमारियों से
सुरक्षित रखते हुए चमत्कारिक रूप से लाभ दे सकते हैं।
सभी लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति
जागरूक रहना चाहिए। और अपनी दिनचर्या में इन योगासनों को शामिल करके योग करने की
आदत बनानी चाहिए।
अधिकतर लोग सोचते हैं कि अधिक तीव्रता
वाले योग आसनों के अभ्यास से ही शरीर पर व्यापक प्रभाव पड़ता है ,लेकिन ऐसा वास्तव में नहीं है। कुछ योगासन ऐसे भी है जिनको करने के लिए
आपको अधिक मेहनत की जरूरत नहीं होती है फिर भी उनसे शरीर को कई प्रकार के लाभ
मिलते हैं।
खासकर ऐसे अभ्यास बच्चों और बुजुर्गों के
लिए विशेष रूप से लाभकारी होते हैं।
तो आइए जानते हैं कम तीव्रता वाले
योगासनों के बारे में जो शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद है।
पद्मासन योग के लाभ
पद्मासन योग शरीर और मन दोनों के लिए सबसे
प्रभावी योगाभ्यास माना जाता है।आराम की मुद्रा में बैठकर किए जाने वाला यह
योगासन कूल्हों,
टखनों ,घुटनों के लिए विशेष रूप से लाभकारी
माना जाता है। इस योगाभ्यास से मस्तिष्क को शांति मिलती है और ध्यान बढ़ाने में
फायदेमंद माना गया है। महिलाओं की मासिक धर्म की परेशानियां दूर होती हैं और जोड़ों
की समस्याओं को दूर करने में भी इस योगाभ्यास से लाभ मिलता है।
वृक्षासन योग का अभ्यास
वृक्षासन योग के नियमित अभ्यास को भी
विशेष रूप से कारगर माना जाता है। वृक्षासन योग करने में काफी आसान है और सभी आयु
के लोग बच्चे से लेकर के बूढ़े तक इस आसन का योगाभ्यास कर सकते हैं। वृक्षासन योग
को त्रिभुज के नाम से भी जाना जाता है। यह योगासन आपके पैरों और जोड़ों को मजबूत
करने में मदद करता है।और साथ ही में शारीरिक संतुलन में सुधार करने और वजन को
नियंत्रित करने में भी या योगाभ्यास प्रभावी पाया
गया है।
मार्जरी आसन
मार्जरी आसन जिसे कैट काऊ पोज के रूप में
भी जाना जाता है। या योगाभ्यास आसान है और प्रभावशाली योगाभ्यास है।यह एक ऐसी योग
मुद्रा है जिससे संतुलन में सुधार करने और पीठ दर्द वाले लोगों के लिए एक बेहतर
अभ्यास के तौर पर जाना जाता है। पेट की समस्याओं को दूर करता है। पेट के अंगों को
स्वस्थ रखता है। यह आसन तनाव को कम करता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से पेट के
अंगों का स्वास्थ्य बेहतर होता है और तनाव दूर होता है।सभी आयु वर्ग के लोग इस
अभ्यास को कर सकते हैं और लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
यह तीनों योगाभ्यास करने में बेहद ही आसान
है। और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है।
यदि आप शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से फिट रहना चाहते हैं तो इन तीनों योगाभ्यास
को नियमित रूप से अपने दिनचर्या में शामिल करके आप एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी
सकते हैं।
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