वज्रासन
करने की विधि और फायदे |आसन एक फायदे अनेक -vajrasan
karne ki vidhi aur fayde
यदि आपके पास समय
नहीं है आप सुबह मॉर्निंग वॉक पर नहीं जा पाते हैं। तो चिंता करने की कोई बात नहीं
है। बैठे-बैठे ही आपका खाना हजम हो जाएगा। और बढ़ते हुए पेट से भी आराम मिलेगा।
यह सब कैसे होगा ऐसा सुनकर आप आश्चर्यचकित होंगे,
लेकिन यह सब खूबियां वज्रासन में है ।यदि आप नियमित रूप से वज्रासन
करते हैं। तो बहुत सारे फायदे आपको मिलेंगे ,यदि आप मॉर्निंग
वॉक पर नहीं जाते हैं तब भी कोई बात नहीं है।
वज्रासन-vajrasan
सभी आसनों में
सबसे सरल आसन वज्रासन को माना गया है। यह आसन करने में जितना सरल है, फायदे उतने ही इसके ज्यादा है। यह आसन युवा पीढ़ी के लिए बहुत ही
फायदेमंद है। क्योंकि आज के युवा अधिकतर बैठकर ही सारे काम करते हैं ,और अधिक देर तक एक ही स्थान पर बैठे रहते हैं।
कभी ऐसे कार्य भी
होते हैं जिसके लिए काफी समय तक एक स्थान पर अधिक देर तक खड़े रहना भी पड़ता है।
ऐसे में पैरों की मांसपेशियों पर अधिक दबाव पड़ता है,
और शरीर में ब्लड सरकुलेशन की मात्रा सुचारू रूप से नहीं हो पाती।
वज्रासन का नाम संस्कृत शब्द वज्र से लिया गया है। जो हिंदू धार्मिक शास्त्रों के
अनुसार देवताओं के राजा इंद्र का शस्त्र था। और आसन का अर्थ होता है योग करने में
बैठने की मुद्रा।
वज्रासन एक जादुई मुद्रा है ,जिसको करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। जठराग्नि प्रबल हो जाती है।
मजबूत पाचन तंत्र अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है।
वज्रासन
करने की विधि-vajrasan karne ki vidhi
1- सबसे
पहले आप किसी साफ-सुथरे स्थान पर कोई चटाई या योगा मैट बिछाकर बैठ जाएं।
2- दोनों
पैरों को मोड़कर नितंब के नीचे इस प्रकार रखें कि एड़ियां बाहर की ओर निकली हुई
तथा पंजे नितंब से लगे हुए हो।
3- इस
स्थिति में पैरों के अंगूठे एक दूसरे से लगे हुए होंगे।
4- कमर
गर्दन एवं सिर सीधे रहे।
5- घुटने
मिले हुए हो।
6- हाथों
को घुटनों पर रखें
7- अपनी
आंखों को बंद कर ले और श्वास खींचने और छोड़ने पर ध्यान दें।
8- प्रारंभिक
दिनों में 5 से 10 मिनट तक या अभ्यास
करें ,और धीरे-धीरे बढ़ाकर 20 से 25 मिनट तक ले जाएं।
वज्रासन
के फायदे-vajrasan ke fayde
1- वज्रासन
करने के अनेक फायदे होते हैं। वज्रासन से पाचन तंत्र मजबूत होता है। और बॉडी को मेंटेन
रखने में भी यह आसन मददगार साबित होता है।
2- वज्रासन
करने से जठराग्नि प्रबल होकर हमारे पाचन तंत्र को मजबूत करती है।पाचन तंत्र मजबूत
होने से हमारे शरीर को समुचित मात्रा में भोजन के द्वारा जो ऊर्जा प्राप्त होनी
चाहिए वह प्राप्त होती है क्योंकि इस आसन को करने से भोजन आसानी से पचता है।
3- वज्रासन
करने से पेट से संबंधित लगभग सभी प्रकार की बीमारियां दूर हो जाती हैं ,जैसे पेट में गैस बनना, कब्ज होना।
4- वज्रासन
करने से ब्लड सरकुलेशन हमारे शरीर में सुचारू रूप से होने लगता है जिससे हृदय पर पड़ने वाला अतिरिक्त दबाव कम हो जाता है।
5- इस आसन
को करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है ।कंधे सीधे हो जाते हैं। और हमारा शरीर
मेंटेन हो जाता है।
6- वज्रासन
करने से पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती है और उन में होने वाले दर्द से भी राहत
मिलती है।
7- यह एक
ध्यानात्मक आसन है। इस आसन को करने से मन की चंचलता दूर हो जाती है। मन की चंचलता
जब दूर हो जाती है तो मन एकाग्र हो जाता है।
8- जो लोग
अधिक समय तक एक स्थान पर बैठकर के या अधिक देर तक खड़े होकर के कार्य करते हैं
उनके लिए यह आसन बहुत ही उपयोगी है।
9- जो लोग
अधिकतर दिमागी कार्य करते हैं ,या दिमाग से होने वाला कार्य
अधिक देर तक करते हैं उनको यह आसन नियमित रूप से करना चाहिए। इस आसन को करने से
मानसिक थकान दूर हो जाती है।
10-सबसे
बड़ी बात यह है कि यह एक ऐसा आसान है जो भोजन के बाद भी किया जा सकता है। जबकि
अधिकतर आसन खाली पेट ही किए जाते हैं।
11-वज्रासन
प्रत्येक व्यक्ति को लाभ देने वाला है।जो लोग समय के अभाव के कारण अपने आपको फिट
नहीं रख पाते उनके लिए यह आसन बेहद ही उपयोगी आसन है।
12- यदि
पेट बढ़ने की समस्या से ग्रसित हैं तो उनको यह आसन नियमित रूप से करना चाहिए।
वज्रासन करने से पेट बढ़ने की समस्या से निजात मिलती है।
13-वज्रासन
पाचन तंत्र से जुड़ी लगभग सभी बीमारियों के लिए लाभदायक है।लेकिन उन लोगों के लिए
अधिक लाभदायक है जिनको खट्टी डकार आती हैं और अम्ल पित्त की समस्या बनी रहती है।आप
इन समस्याओं से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं ।आवश्यकता है वज्रासन को नियमित रूप से
करने की।
14-वज्रासन
करने वाले व्यक्ति को अपच, कब्ज, गठिया रोग की बीमारी नहीं होती है।इसलिए इस आसन
को करने की आदत अपने परिवार के सभी लोगों में डालनी चाहिए।
15-महिलाओं
के लिए यह आसन बहुत ही उपयोगी आसन है।वज्रासन करने से पीरियड संबंधित कोई भी
बीमारी नहीं होती है ।इसलिए महिलाओं को इस आसन को नियमित रूप से करना चाहिए।
वज्रासन
करने में सावधानियां-vajrasan karne me sawdhani
1-जिन
लोगों के घुटनों में दर्द अधिक रहता है ,उनको यह आसन किसी
चिकित्सक से सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए अन्यथा नहीं।
2-जिन
लोगों को कभी कभी हल्का दर्द होता है वह लोग इस आसन को नियमित रूप से करके उस दर्द
से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।
अर्थात इस लेख से
यह समझा जा सकता है कि वज्रासन करने से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता
है।
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