सुखासन करने की विधि और फायदे-sukhasana(easy pose) steps and benefits in hindi

 

सुखासन करने की विधि और फायदे-sukhasana(easy pose) steps and benefits in hindi



सुखासन करने की विधि और फायदे-sukhasana(easy pose) steps and benefits in hindi

सुखासन-easy pose

सुखासन का अर्थ है जो आसन हम आराम से बिना किसी कठिनाई के कर सकें उसी को सुख आसन कहते हैं।

अर्थात जिस आसन में सुख पूर्वक बैठा जा सके वही सुखासन है।

सुखासन करने से मन को शांति मिलती है मानसिक चिंताएं दूर हो जाती हैं।

इस आसन का अभ्यास किसी योगा या प्राणायाम के पहले या बाद में किया जा सकता है, क्योंकि यह आसन करने से शारीरिक तथा मानसिक तनाव दूर होता है ,और चिंता से मुक्ति मिलती है। यदि आप अपना तनाव और चिंता दूर करना चाहते हैं या फिर आपको बात बात पर क्रोध आता है। तो यह आर्टिकल आपके लिए है आप इसे जरूर पढ़ें।

सुखासन करने की संपूर्ण जानकारी इस लेख में दी गई है जैसे

सुखासन करने की विधि

सुखासन करने के फायदे

सुखासन करने की विधि-sukhasana(easy pose) steps

1-इस आसन को किसी भी आयु के लोग बिना किसी कठिनाई से सरलता पूर्वक कर सकते हैं।

2-सुखासन को ध्यान और मेडिटेशन का आसन माना जाता है। इसलिए ज्यादातर मेडिटेशन करने के लिए इसी आसन में बैठना पसंद करते हैं। इसके अलावा प्राचीन योगियों द्वारा इस आसन को तपस्या की मुद्रा भी माना जाता है।

3-किसी स्वच्छ साफ सुथरा स्थान पर पीठ को सीधे रखते हुए और पैरों को फैला कर बैठ जाएं।

4-इसके बाद दोनों पैरों को बारी-बारी से क्रॉस करते हुए घुटनों से भीतर की तरफ मोड़ लें।

5-घुटने बाहर की तरफ रहना चाहिए और पालथी की स्थिति में बैठ जाएं।

6-कमर और गर्दन को सीधा रखें।

7-सबसे पहले बाएं पैर के घुटने को मोड़कर दाएं पैर जांघ के नीचे पंजे को करें।

8-इसी प्रकार दाएं पैर के घुटने को मोड़कर बाएं पैर जांघ के नीचे पंजे करें।

9-दोनों हाथों को ज्ञान मुद्रा मैं करें और घुटनों पर रखें।

10कमर ,पीठ, गर्दन और सर को एक सीधी रेखा में रखें।

11-सांसों को सामान्य रूप से लेते और छोड़ते रहे।

12-आंखों को बंद करें और मन को शांत करें और ध्यान को केंद्रित करें।

13-मन से अपने सभी नकारात्मक विचारों को रोक दें।

14-सुखासन में बैठने की स्थिति का ज्ञान करने के लिए ऊपर दिए गए चित्र की सहायता ले सकते हैं।

सुखासन के फायदे-sukhasana(easy pose) benefits|advantages of sukhasana

1-इस आसन को करने से शरीर और दिमाग के बीच शांति और स्थिरता की भावना का विकास होता है।

2-यह आसन हमारे दिमाग को  शांति देता है।

3-इस आसन के अभ्यास से थकान, टेंशन और मानसिक चिंता दूर हो जाती है।

4-इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में यह आसन लाभदायक माना जाता है।

5-मन कीचंचलता को दूर करके मन का नियंत्रण करने में या आश्रम लाभकारी है।

6-इस आसन का अभ्यास करने से क्रोध कम हो जाता है।

7-इस आसन के नियमित अभ्यास से मन एकाग्र होता है और मन की चंचलता समाप्त हो जाती है।

सुखासन करने में कुछ सावधानियां

1-घुटने में यदि किसी प्रकार की दर्द है या कोई चोट है तो इसे आसन को ना करें।

2-कमर में किसी प्रकार का गंभीर दर्द होता है तब भी आसन न करें

सुखासन करने से पहले कुछ प्राणायाम है इनको करना चाहिए

कपालभाति प्राणायाम

भस्त्रिका प्राणायाम

अनुलोम विलोम प्राणायाम

सुख आसन करने के बाद यह आसन करें

वज्रासन

उत्तानासन

बालासन

धनुरासन

और पढ़ें

  प्रतिरोधक छमता बढ़ाने के लिए करे पांच योगासन

  योगासन और उसके नियम


Previous
Next Post »