हलासन के फायदे और सावधानी
स्वस्थ शरीर
के
लिए
योग
सबसे
आसान
उपाय है । यदि
हमें
स्वस्थ
रहना
है
तो
हमें
योग
करना
है।
योग
करने
से
शरीर
में
स्फूर्ति
व
ताजगी
आती
है।
साथ
ही
मन
प्रसन्न
रहता
है।
यदि
आप
किसी
प्रकार
के
रोग
से
ग्रसित
हैं
तो
योग
में
योगासन
की
विभिन्न
मुद्राएं
बताई
गई
है।
रोग
के
अनुसार
आसन
और
व्यायाम
करने
से
रोग
से
मुक्ति
मिलती
है।
इस
लेख
में
हम
जानेंगे
कि
योग
के
आसन
हलासन
क्या
है।
कैसे
करना
चाहिए
और
इसके
क्या
फायदे
हैं।
और
इसमें
कौन
कौन
सी
सावधानियां
बरतनी
चाहिए।
हलासन क्या है
हलासन दो
शब्दों
के
मेल
से
बना
है।
हल
और
आसन, हल
एक
कृषि
यंत्र
होता
है
जिससे
किसान
अपना
खेत
जोतता
है।
और
आसन
बैठने
की
मुद्रा
है।
इस
योग
को
करने
में
शरीर
की
मुद्रा
हल
के
समान
होती
है।
इस
आसन
को
करने
से
कई
तरह
के
फायदे
मिलते
हैं।
इस
आसन
को
करने
से
वजन
कम
होता
है
और
शारीरिक
मजबूती
प्राप्त
होती
है
।इसके फायदे के
बारे
में
विस्तार
से
आगे
बताया
गया
है।
हलासन करने की विधि
1-
पीठ के
बल
लेट
जाएं,अब
श्वास
अंदर
भरते
हुए
धीरे-धीरे
पैरों
को
उठाएं।
पहले
30 डिग्री फिर 60 डिग्री पर फिर
90 डिग्री तक उठाने
के
बाद
पैरों
को
सिर
के
पीछे
की
ओर
पीठ
को
भी
ऊपर
उठाते
हुए
श्वास
बाहर
निकालते
हुए
ले
जाएं।
2-
पैरों को
सिर
के
पीछे
भूमि
पर
टिका
दें।
श्वास
की
गति
सामान्य
रहेगी।
प्रारंभ
में
हाथों
को
सुविधा
की
दृष्टि
से
कमर
के
पीछे
लगा
सकते
हैं।
पूर्ण
स्थिति
में
हाथ
भूमि
पर
ही
रखें।
इस
स्थिति
में
30 सेकंड रहे।
3-
वापस आते
समय
जिस
क्रम
से
ऊपर
आए
थे
उसी
क्रम
से
भूमि
को
हथेलियों
से
दबाते
हुए
पैरों
को
घुटनों
से
सीधा
रखते
हुए
भूमि
पर
टिकाएं।
4-
इस
योग
को
कम
से
कम
5 बार दिन में
अवश्य
करें
आइए
अब
जानते
हैं
इसके
फायदों
के
बारे
में
हलासन के फायदे
1-
हलासन
मेरुदंड
को
स्वस्थ
एवं
लचीला
बना
कर
पृष्ठ
भाग
की
मांसपेशियों
को
भी
विस्तृत
एवं
निरोग
बनाता
है।
2-
थायराइड
ग्रंथि
को
चुस्त
करके
मोटापा
,बौनापन
एवं
दुर्बलता
आदि
रोग
को
दूर
करता
है।
3-
संपूर्ण
उदर
रोगों
में
लाभकारी
होता
है
अजीर्ण
,मंदाग्नि, गैस, कब्ज
को
समाप्त
कर
उदर
रोगों
से
मुक्ति
दिलाता
है।
4-
तिल्ली
व
यकृत
वृद्धि
व
हृदय
रोग
में
भी
लाभकारी
है।
5-
अग्नाशय
को
सक्रिय
कर
डायबिटीज
को
दूर
करता
है।
6-
कस्टार्तव
आदि
स्त्री
रोगों
में
उपयोगी
है।
7-
वजन
कम
करने
में
उपयोगी
यदि
आप
मोटापे
से
परेशान
हैं
आपका
वजन
बढ़
रहा
है
तो
इस
आसन
को
करने
से
मोटापा
रोग
दूर
हो
जाता
है।
8-
हलासन
अनिद्रा
और
तनाव
दोनों
के
लिए
रामबाण
है
।इस आसन को
करने
से
अनिद्रा
की
शिकायत
दूर
होती
है
और
तनाव
भी
कम
होता
है।
हलासन करने में कुछ सावधानी हैं
1-
अधिक
बढ़ी
हुई
तिल्ली
एवं
यकृत
में
या
आसन
वर्जित
है।
2-
उच्च
रक्तचाप, हाई
ब्लड
प्रेशर, सर्वाइकल
,आदि
मेरुदंड
के
रोगी
भी
इस
आसन
को
न
करें।
3-
स्लिप
डिस्क
तथा
मेरुदंड
में
टी.वी.
आदि
विकार
होने
पर
भी
इस
आसन
को
न
करें।
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