अजवाइन के गुण फायदे और नुकसान(ajwain khane ke fayde aur nuksan)

 

अजवाइन के गुण फायदे और नुकसान(ajwain khane ke fayde aur nuksan)

अजवाइन मिंट परिवार का पौधा है। अजवाइन खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ अनेक गुणों से भरपूर है। आयुर्वेद में कहा गया है की अजवाइन में 100 प्रकार के अन्न को  पचाने की ताकत होती है। अजवाइन पाचक, तीखी, रूचि कारक, इच्छा को बढ़ाने वाली ,गर्म ,कड़वी ,हृदय के लिए हितकारी ,कफ़, को हरने वाली, बुखार नाशक, सूजन नाशक ,मूत्र कारक, क्रमी नाशक, वमन,  पेट के रोग, जोड़ों के दर्द में ,बादी बवासीर ,प्लीहा, तिल्ली, के रोगों को नाश करने वाली गर्म प्रकृति की औषधि है।


यूनानी चिकित्सा में अजवाइन को आमाशय, यकृत,वृक्क को उष्णता और शक्ति देने वाली, आद्रता नाशक, वात नाशक, कब्ज दूर करने वाली, पसीना, दुग्ध वर्धक, तथा तीसरे दर्जे की गर्म और रुक्ष माना गया है।

अजवाइन के गुण फायदे और नुकसान(ajwain khane ke fayde aur nuksan)




अजवाइन में पाए जाने वाले तत्व(ajwain me paye jane wale tatv)

आद्रता 7 .4 प्रतिशत, कार्बोहाइड्रेड 24. 6 प्रतिशत, वसा २१.८ प्रतिशत, प्रोटीन १७.१ प्रतिशत,खनिज ७.६ प्रतिशत ,कैल्शियम, फास्फोरस ,पोटेशियम ,सोडियम रिवोप्लेविन, थाईमीन, निकोटीनिक एसिड अल्प मात्रा में सेपोनिन टैनिन, केरोटिन और स्थिर तेल 14 पॉइंट आठ प्रतिशत पाया जाता है। इसमें  मिलने वाला सुगंधित तेल 2 से 4% होता है। जिसमें 35 से 60% मुख्य घटक थाइमोल पाया जाता है।

अजवायन के औषधीय गुण-ajwain ke aushdhiy gun

वैसे तो अजवाइन में अनेक प्रकार के औषधीय गुण होते हैं जो ऊपर बताए गए हैं। पर यहां हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि अजवायन के औषधीय गुण कौन-कौन से हैं।

1-पेट में कीड़े होने पर

पेट में कीड़े होने पर अजवाइन का लगभग आधा ग्राम चूर्ण और बराबर मात्रा में काला नमक मिलाकर सोते समय गर्म पानी के साथ लेने से बच्चों के पेट में कीड़े नष्ट हो जाते हैं। एक छोटा चम्मच अजवाइन का रस भी लाभकारी होता है।

अजवाइन के चूर्ण की एक से दो ही ग्राम की खुराक के रूप में छाछ के साथ पीने से भी पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।

2- कब्ज में लाभदायक

बराबर मात्रा में नमक और अजवाइन का 2 ग्राम चूर्ण सुबह सेवन करने से अजीर्ण, पुरानी कब्ज ,जोड़ों के दर्द तथा पेट के कीड़े के कारण उत्पन्न विभिन्न रोग, पेट का फूलना और पेट में दर्द आदि रोगों में लाभ होता है।

3-गठिया रोग में लाभदायक

इसके तेल की एक से तीन बूंद तक ले सकते हैं।पोटली को गर्म कर सिकाई  करने से भी लाभ होता है।

4- बच्चों की मिट्टी और कोयला खाने की आदत से छुटकारा

अजवाइन के इस्तेमाल से बच्चों में  मिट्टी या कोयला खाने की आदत छूट जाती है।

5- पेट दर्द में राहत

काला नमक और अजवाइन को मिलाकर सेवन करने से  पेट दर्द में राहत देती है।

6- कमर दर्द गर्भाशय एवं भूख की कमी दूर करने में

अजवाइन का सेवन करने से कमर का दर्द दूर हो जाता है। और गर्भाशय की शुद्धि होती है, भूख बढ़ जाती है व शरीर शक्ति में वृद्धि होती है ।

7- खांसी से राहत

एक चम्मच अजवायन को अच्छी तरह चबाकर गर्म पानी का सेवन करने से खांसी में लाभ होता है।

8- खांसी ,श्वास ,दमा एवं कुकुर खांसी से राहत

जंगली अजवायन का रस सिरका तथा शहद को एक साथ मिलाकर रोगी को रोजाना दिन में दो बार देने से पुरानी खांसी, श्वास, दमा एवं कुकुर खांसी के रोग में लाभ होता है।

अजवाइन के रस में एक चुटकी काला नमक मिलाकर सेवन करने और ऊपर से गर्म पानी पीने से खांसी बंद हो जाती है।

जुकाम,सिर दर्द ,नजला ,पेट में कीड़े से राहत

अजवाइन के चूर्ण की 2 से 3 ग्राम मात्रा को गर्म पानी या गर्म दूध के साथ दिन में दो या तीन बार लेने से भी जुकाम, सिर दर्द, नजला, मस्तकशूल और पेट के कीड़े  में लाभ होता है।

9- कफ और खांसी में लाभ

बार बार खांसी और अधिक कफ  आने पर अजवाइन का बारीक पीसा हुआ चूर्ण लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग,घी 2 ग्राम और शहद 5 ग्राम में मिलाकर दिन में तीन बार खाने से कफोत्पत्ति कम होकर खांसी में लाभ होता है।

10- बिस्तर में पेशाब में लाभदायक

विस्तर में पेशाब करने की आदत में सोने से पूर्व 1 ग्राम अजवाइन का चूर्ण कुछ दिनों तक नियमित रूप से खाने से लाभ होता है।

11- बहुमूत्र रोग में लाभदायक

बहुमूत्र रोग में 2 ग्राम अजवाइन को 2 ग्राम गुड़ के साथ कूट पीसकर, चार गोली बना ले, 3_3 घंटे के अन्तराल  से एक गोली पानी के साथ लेने से लाभ मिलता है। इसी प्रकार अजवाइन और तेल मिलाकर खाने से भी बहुमूत्र रोग ठीक हो जाता है।

12- गुर्दे के दर्द में लाभदायक

गुड और पीसी हुई कच्ची अजवाइन समान मात्रा में मिलाकर १.१ चम्मच प्रतिदिन ४ बार खाने से गुर्दे के दर्द में आराम मिलता है।

13- मुंहासों  में लाभदायक

मुंहासों में २ चम्मच अजवाइन को ४ चम्मच दही में पीसकर रात में सोते समय पूरे चेहरे पर लगाने और सुबह गर्म पानी से धोने से काफी लाभ मिलता है।

14- जू और और लीखो से छुटकारा

एक चम्मच फिटकरी और दो चम्मच अजवायन को पीसकर १ कप छाछ में मिलाकर बालों की जड़ों में सोते समय लगाएं और सुबह धोये। इससे सिर में होने वाली जूऔर लिखें मर कर बाहर निकल जाती है।

15-  पलंग के खटमल से राहत

एक चम्मच फिटकरी और दो चम्मच अजवायन को पीसकर एक कप छाछ में मिलाकर पलंग के उपायों पर इसकी पोटली बांधने से खटमल भाग जाते हैं।

16- पेट से संबंधित रोग में लाभदायक

पूरी, पराठा आदि कोई भी पकवान हो, उसको अजवाइन डालकर बनाये। इससे पाचन शक्ति बढ़ती है। और पाचन संबंधित रोगों में लाभ होता है। अजवाइन चबाकर गर्म पानी पीने से पेट साफ हो जाता है, अजवाइन के फूल को शक्कर के साथ तीन चार बार पानी से लेने से पित्त की बीमारी ठीक हो जाती है।

17- पित्ती के बीमारी में लाभदायक

इनके फूल को शक्कर के साथ तीन चार बार पानी से लेने से पित्त की बीमारी ठीक हो जाती है।

18- चर्म रोग ,वायु के दर्द रक्तचाप और ब्लड प्रेशर में लाभदायक

अजवाइन के ४ रत्ती फूल, ४ रती गिलोय सत्व के साथ मिलाकर चर्म रोगों में , वायु के दर्द, रक्तचाप और ब्लड प्रेशर में लाभप्रद सिद्ध होता है।

19- खांसी और कफ में लाभदायक

अजवाइन के फूल को शहद में मिलाकर ले तो कफ  आना रुकता है। खांसी या कफ की दुर्गंध खत्म होती है।

20- पुरानी खांसी, बड़ी खांसी और दस्त मे लाभदायक

इसका एक छटाक अर्श  पुरानी खांसी ,बड़ी खांसी तथा कफ में लाभकारी होता है। इसका अर्श  या तेल १०.१५ बार-बार लेते रहने से दस्त बंद होते है।

21- ठंड बुखार में लाभदायक

एक छटाक अर्श  चूर्ण दो_2 ग्राम की मात्रा में दिन में तीन बार लेने से ठंड का बुखार शांत होता है।

22- मोटापा कम करने में लाभदायक

अजवाइन मोटापा कम करने में भी उपयोगी होती है। रात में एक चम्मच अजवाइन को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह छानकर एक चम्मच शहद में मिलाकर नियमित सेवन से मोटापा कम होता है।

अजवाइन आकार में जितनी छोटी होती है गुणों में उतनी ही बड़ी।दादी नानी से इसके गुणों के बारे में हर भारतीय ने सुना होगा इसका औषधीय उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा के मार्गदर्शन और परामर्श से ही करना चाहिए।

अजवाइन के नुकसान(अजवाइन के नुकसान )

1- अजवाइन में इतने सारे फायदे होते हैं, तो कुछ स्थिति में अजवाइन के नुकसान होने की भी संभावना रहती है।

2- अजवाइन को हमेशा ताजी ही उपयोग में लाना चाहिए ,क्योंकि जितनी यह पुरानी हो जाती है तो इसमें तेल की मात्रा कम हो जाती है।

3- तेल की मात्रा कम होने से इसका फायदा पूरी तरह से नहीं मिल पाता।

4- अजवाइन को अधिक मात्रा में सेवन करने से सर में दर्द की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

इसलिए अजवाइन के दुष्प्रभाव व्यास के नुकसान से बचने के लिए किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेना परम आवश्यक है।

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