सहजन(moringa) के फल, फूल ,पत्ती ,जड़ के औषधीय गुण एवं फायदे-sahjan(moringa) ke fal,fool,patti,jar
ke aushdhiy gun
सहजन का पेड़ प्रकृति की तरफ से एक वरदान है। सहजन के पेड़ का संपूर्ण भाग फल ,फूल, पत्ती ,जड़ औषधीय गुणों से भरपूर है।सहजन के पेड़ में वह सभी गुण मौजूद हैं जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। इसका वानस्पतिक नाम मोरिंगा ओलिफेरा है।
सहजन के फल एवं पत्तियां शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने का भी काम करते हैं। सहजन की फलियों का उपयोग सब्जी के रूप में अथवा सांभर बनाने में भी इसका उपयोग किया जाता है।सहजन पोषक तत्व एवं स्वास्थ्य वर्धक गुणों के साथ साथ पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है।हम विस्तार से जानते हैं कि सहजन के कौन-कौन से औषधीय गुण हैं।
सहजन(moringa) में पाए जाने वाले पोषक तत्व
प्रोटीन ,आयरन
,बीटा कैरोटीन, अमीनो एसिड ,पोटेशियम, कैल्शियम ,मैग्नीशियम
,विटामिन ए ,सी ,व
वी कॉम्प्लेक्स आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं।
सहजन(moringa) के फल एवं बीज के फायदे
सहजन में इतने सारे औषधीय गुण होने के कारण इसको सुपर फूड के नाम से जाना
जाता है। सहजन के फल वलियों का सेवन करने से रक्तचाप नियंत्रित होता है। इसके
बीजों को पीसकर के पानी में मिलाकर पानी को शुद्ध किया जाता है। जिससे पानी की
सांद्रता बढ़ाता है व पानी को बैक्टीरिया रहित कर देता है। जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण
से पीने के लिए उपयोगी होता है ।वह स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।
सहजन(moringa) के फूल के फायदे
सहजन के फूल भी औषधीय गुणों से भरपूर हैं
सहजन के फूलों का सेवन करने से वात रोग नष्ट हो जाते हैं। व कैंसर जैसी भयानक
बीमारी में भी यह फायदेमंद होता है।
सहजन (moringa)की पत्तियों के फायदे
1- सहजन की पत्तियों का काढ़ा बनाकर
पीने से गठिया, साइटिका, पक्षाघात तथा वायु विकार में लाभ प्रदान करता है।
2- यदि किसी शरीर के अंग में मोच आ गई
है तो सहजन की पत्तियों को कूटकर लुग्दी बना लें उसमें सरसों का तेल डाल कर के फिर
उसको गर्म करें फिर मोच जहां हो उस स्थान पर उसको लगाने से मोच में आराम मिलता है।
3- बच्चों के पेट में कीड़े व उल्टी
दस्त में सहजन की पत्तियों का रस फायदेमंद होता है।
4- सहजन की पत्तियों को पीसकर लगाने से घाव
और सूजन में आराम मिलता है।
5- हाई बीपी में सहजन की पत्तियों का रस
लाभ प्रदान करता है।
6- दांत में कीड़े लगने पर सहजन की छाल
को कोर्ट कर उसका रस निकाल लें और उसे कुल्ला करें ऐसा करने से दांत के कीड़े नष्ट
हो जाते हैं और दांत दर्द में आराम मिलता है।
7- सहजन की छाल में ऐसे गुण होते हैं जो
बात, पित्त ,कफ को शांत करते हैं।
सहजन की जड़ के औषधि गुण
इसकी जड़ का काढ़ा बनाकर उसमें सेंधा नमक और हींग मिलाकर पीने से मिर्गी
के दौरे में लाभ मिलता है।
अन्य औषधीय गुण एवं फायदे
1- सहजन की जड़ का काढ़ा बनाकर पीने से
पित्ताशय की पथरी में लाभ मिलता है।
2- सहजन के फूल हृदय रोग व कब से
उत्पन्न होने वाले रोगों में लाभ देता है।
3- सहजन शुगर के रोगियों के लिए लाभदायक
होता है यह डायबिटीज से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है।
4- सहजन पाचन संबंधी समस्त प्रकार के
विकारों को नष्ट करता है।
5- आंखों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक
होता है यह विटामिन ए का अच्छा स्रोत माना जाता है।
6- सहजन की पत्तियों में आयरन रे सा
विटामिन ए प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसकी पत्तियों को सुखाकर पाउडर के रूप में
इस्तेमाल किया जाता है।
7- सहजन की पत्तियों का पाउडर सब्जी बनाने में
मसाले के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है।
8- सहजन में दूध की तुलना से 4 गुना कैल्शियम अधिक होता है।
9- इसमें दूध से दोगुना प्रोटीन होता
है।
10-यह शरीर में कैल्शियम को पचाने में
आसानी से मदद करता है।
11-सहजन में मौजूद जिंक शरीर में खून की
कमी को पूरा करता है।
12-इसमें मौजूद विटामिन सी शरीर में रोग
प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करके रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है।
13-सहजन में अनेक प्रकार के औषधीय गुण
हैं यह मानव जीवन के लिए अमूल्य धरोहर है।
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