Mental Health-बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए इन तीनों चीजों से दूरी बना ले | Keep Distance From These Three Things For Better Mental Health

 Mental Health-बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए इन तीनों चीजों से दूरी बना ले | Keep Distance From These Three Things For Better Mental Health

वर्तमान समय में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं बहुत बड़ी चर्चा का विषय रही है। खासकर करोना महामारी के बाद अधिकतर लोगों में इस तरह की समस्याओं का निदान किया जा रहा है।

करोना महामारी के साइड इफेक्ट से लोगों में तनाव ,चिंता और अवसाद जैसे मामले अधिक देखे गए हैं।स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सभी लोगों को अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से सतर्क रहना जरूरी है।

 क्योंकि जब मन स्वस्थ रहेगा तभी शरीर का स्वास्थ्य भी बेहतर हो सकता है। इसके लिए हमको लगातार प्रयत्नशील रहने की आवश्यकता है।

मानसिक विशेषज्ञों के अनुसार बिगड़ी हुई जीवनशैली और गलत खानपान की वजह से शरीर को अधिक बीमारी का सामना करना पड़ता है।इसका सीधा असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है और यह पूरी तरह से नकारात्मक होता है।

 छोटे-छोटे बच्चे और कम उम्र के लोगों में भी चिंता ,अवसाद जैसी समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। यह काफी चिंताजनक स्थिति है । इसे गंभीर रूप से लिए जाने की आवश्यकता है।

Mental Health-बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए इन तीनों चीजों से दूरी बना ले | Keep Distance From These Three Things For Better Mental Health


मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए हम सभी को अच्छी आदतों का पालन भी करना चाहिए और उन पर ध्यान भी देना होगा।क्योंकि इन्हीं आदतों के कारण हमारी जीवनशैली खराब हो रही है जिससे मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ता चला जा रहा है।

कई बार अनजाने में ही हमारी कई खराब आदतें हमें मानसिक रोग की तरफ बढ़ाती जा रही हैं।अब इनसे बचने की आवश्यकता है आइए हम आगे के लेख में जानते हैं कि मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए हमें किन आदतों से दूरी बनाना चाहिए।

कम नींद लेना हमारे लिए खतरनाक हो सकता है।

मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत ही जरूरी होता है। क्योंकि नींद पूरे शरीर को ऊर्जा से भर देती है।

 दिन भर की सारी थकान नींद से उतर जाती है। यदि पर्याप्त नींद न आए तो यह मानसिक स्वास्थ्य को खराब कर सकती है

कई अध्ययनों से पता चला है कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं के शिकार अधिकतर लोगों में नींद की कमी ही देखी जा रही है।पूरी नींद न लेना या अनिद्रा का सीधा असर मानसिक क्षमता को प्रभावित कर सकता है।

 पर्याप्त नींद लेने से हमारे शरीर और दिमाग को पूरी तरह से आराम मिल जाता है।और वही अगर नींद पूरी न हो तो पूरा मूड खराब हो जाता है।शरीर के कार्य करने की क्षमता घट जाती है और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं का अनुभव होने लगता है।

कई अध्ययनों से यह पता चला है कि जिन लोगों की नींद पूरी नहीं होती है उनमें अवसाद, चिंता जैसे विकारों की संभावना अधिक होती है। इसलिए यदि मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखना चाहते हैं तो आज से ही पूरी नींद लेना शुरु कर दें।

समाज से दूरी बनाना हो सकता है खतरनाक

पूरी दुनिया में छाई करोना महामारी के बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग पर अधिक जोर दिया जा रहा है। पर शोध बताते हैं  कि लंबे समय से घरों में बंद रहने व लोगों से मिलना जुलना कम होने के कारण मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं पहले से काफी बढ़ गई हैं।

मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए बाहर की खुली हवा और लोगों से मिलना जुलना बहुत ही आवश्यक हो जाता है। अधिक समय तक घर के अंदर रहने की आदत आपके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल सकती है इसके कारण अवसाद के लक्षण भी बढ़ सकते हैं।

 जब बाहर की हवा खुली हवा और लोगों से मिलना जुलना होता है तो मूड में काफी सुधार होता है। सुरक्षित रूप से घर से बाहर निकलने से अवसाद में अच्छा सुधार होता है। एक दूसरे से मिलने जुलने पर मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है और यह अच्छी नींद लाने में भी मदद करता है।

जंक फूड और गलत खानपान से बना ले दूरी

हमारा खान-पान ही हमारे शरीर को स्वस्थ बनाता है।जहां स्वास्थ्यवर्धक आहार हमारे शरीर को पूरी तरह से पोषण प्रदान करता है वही गलत खानपान हमारे शरीर को काफी नुकसान पहुंचाता है। आहार का हमारे शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह के स्वास्थ्य पर सीधा असर होता है।

 जंक फूड का इस्तेमाल अधिक करने पर मोटापा, डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस तरह का खानपान मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदायक साबित होता है। अधिक मात्रा में बसा, चीनी व अधिक प्रोसैस्ड खाद्य पदार्थ भी चिंता ,तनाव और विकार को बढ़ाते हैं।

जंक फूड के स्थान पर मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए विटामिन, साबुत, अनाज, फाइबर वाले खाद्य पदार्थों को आहार में सम्मिलित करना चाहिए। जिससे मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हो सके।

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