अर्धचक्रासन योग-half wheel pose के अद्भुत फायदे और विधि-ardh chakrasana yoga ke fayde aur vidhi

 अर्धचक्रासन योग-half wheel pose के अद्भुत फायदे और विधि-ardha chakrasana yoga ke fayde aur vidhi

अर्ध चक्रासन योग 3 शब्दों से मिलकर बना है। अर्ध अर्थात आधा,चक्र अर्थात पहिया, आसन अर्थात मुद्रा, इस आसन को करते समय शरीर की आकृति आधे पहिए के समान हो जाती है।अंग्रेजी में इस आसन को हाफ व्हील पोज़ (half wheel poe) के नाम से जाना जाता है ।

 यह आसन हठयोग का आसन है। पूर्ण चक्रासन थोड़ा कठिन आसन है अर्ध चक्रासन सरल आसन है इस आसन के अभ्यास के बाद पूर्ण चक्रासन करने में कम कठिनाई होती है। महर्षि पतंजलि द्वारा रचित योग सूत्र में तमाम तरह के आसनों का वर्णन किया गया है।


 सभी आसन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से लाभदायक है। प्रत्येक आसन मानव जीवन के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए निर्मित किया गया है। शारीरिक परिश्रम करने वाले व्यक्तियों में थोड़ा बहुत शारीरिक व्यायाम हो जाता है।

 लेकिन पूर्ण शारीरिक व्यायाम योग के द्वारा ही संभव है। क्योंकि योगासन करते समय शरीर के संपूर्ण आंतरिक अंगों का व्यायाम होता है जिससे शरीर के अंदर स्रावित होने वाले हारमोंस की मात्रा बैलेंस हो जाती है। क्योंकि इन्हीं हारमोंस के कम या ज्यादा होने से शारीरिक बीमारियां आती हैं।

 अधिक देर तक बैठकर कार्य करने वाले लोगों के लिए तथा शारीरिक श्रम न करने वाले लोगों के लिए योगासन करना बहुत ही आवश्यक है। योगासन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बहुत ही लाभदायक है इनको करने से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से फिट रहता है।

 इन्हीं आसनों में एक आसन अर्ध चक्रासन है, इस आसन को करने से पीठ के पिछले हिस्से का दर्द , रीढ़ की हड्डी, कमर ,छाती व बाजू में मजबूती आती है। आइए जानते हैं कि इस आसन को करने की क्या विधि है और इसके कौन-कौन से फायदे हैं।

अर्ध चक्रासन करने की विधि-half wheel pose steps

अर्धचक्रासन योग-half wheel pose के अद्भुत फायदे और विधि-ardha chakrasana yoga ke fayde aur vidhi


1- इस आसन को करने के लिए योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।

2- अब अपने दोनों हाथों से अपनी कमर को सहारा दे।

3- आप अपने हाथों को कमर पर ऐसे रखें कि आपकी सभी उंगलियां आपस में जुड़ी हुई हो और कमर को अच्छे से पकड़ सकें।

4- अब गहरी सांस लेते हुए धीरे-धीरे अपने सर को पीछे की ओर झुकाएं ।

5- अपने सर को पीछे की ओर इतना झुकाए कि आपकी गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा हो।

6- इस स्थिति में स्वास सामान्य रूप से लेते और छोड़ते रहे।

7- सर को पीछे झुकाते समय कमर भी पीछे की ओर झुकती है और शरीर की स्थिति आधे पहिए के समान हो जाती है।

8- अपनी सामर्थ के अनुसार जितने समय तक इस स्थिति में आप रुक सके रुके पुनः प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।

अर्ध चक्रासन के फायदे-benefits of half wheel pose

1- अर्ध चक्रासन आपकी रीढ़ की हड्डियों को लचीला बनाता है। मेरु तंत्रिका यानी स्पाइनल नर्वस को मजबूती प्रदान करता है।

2- यह आसन श्वास लेने की क्षमता को बेहतर बनाता है।

3- इस आसन को करने से गर्दन के दर्द में भी आराम मिलता है।

4- अर्ध चक्रासन करने से पेट की चर्बी कम होती है।

5- डायबिटीज के लिए यह आसन उपयोगी आसन है। इसको करने से पैंक्रियाज सक्रिय होता है और इंसुलिन की मात्रा शरीर में बैलेंस होती है।

6- इस आसन को करने से पीठ के दर्द में आराम मिलता है रीड की हड्डी मजबूत होती है।

7- इस आसन को करने से ऑक्सीजन लेवल बढ़ता है।

8- इस आसन के नियमित अभ्यास से डिप्रेशन यानी मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलती है।

अर्ध चक्रासन किसको नहीं करना चाहिए

1- हाई ब्लड प्रेशर वह गंभीर कमर दर्द की समस्या वाले व्यक्तियों को इस आसन को नहीं करना चाहिए।

2- गर्भवती महिलाओं को या आसन नहीं करना चाहिए।

3- हर्निया के रोगियों को या आसन नहीं करना चाहिए।

4- इस आसन को पहले किसी योग प्रशिक्षक की देखरेख में करना चाहिए।

5- अभ्यास हो जाने पर स्वयं इस आसन को किया जा सकता है।

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