हमको किसी पर एहसान क्यों करना चाहिए-Why Should We Do Someone a Favor In Hindi

 हमको किसी पर एहसान क्यों करना चाहिए-Why Should We Do Someone a Favor In Hindi

एक बार एक बहेलिया जंगल में शिकार खेलने के लिए गया काफी दूर तक छानबीन करने के बाद उसे एक जगह ऐसी मिली जहां वह अपना शिकार कर सकता था। वहां चिड़ियों का बहुत बड़ा झुंड था उसने उसके ऊपर जाल फेंका। उसके जाल में एक तोता फस गया।

वह  बहेलिया उस तोते को घर लाया और उसके पंख काट दिए। अब वह तोता उड़ नहीं सकता था। केवल उछल कूद करता हुआ घर के आसपास ही घूमता रहता था।

उस बहेलिया के घर के पास एक और शिकारी रहता था उसने उस तोते को देखा। तोते की यह हालत देखकर उसे बर्दाश्त नहीं हुआ। और वह बहुत दुखी हुआ।

हमको किसी पर एहसान क्यों करना चाहिए-Why Should We Do Someone a Favor In Hindi


तब वह शिकारी उस बहेलिया के पास गया और कहा मित्र मैंने देखा है कि आपके पास एक तोता है जिसके तुमने पंख काट दिए हैं। जबकि यह किसी का नुकसान नहीं करता केवल फल फ्रूट ही खाता है। किसी का नुकसान नहीं करता ।

आपने जो इसके साथ किया है वह बहुत ही गलत काम किया है। इसके पंख नहीं काटना चाहिए आपने तो इसके पंख भी काट दिए अब यह तो उड़ भी नहीं सकता। तुमने इसे अपाहिज बना दिया है।

लेकिन मैं उसे खरीदना चाहता हूं उसके बदले में मैं आपको कुछ पैसे दे दूंगा आप उसे मुझे बेंच दो।

बहेलिया उस शिकारी की बात मान गया और उस तोते को  शिकारी को बेंच दिया और उसके बदले में कुछ पैसे ले लिया।

वह शिकारी उस तोते को घर ले आया और उसका इलाज करने लगा। कुछ समय बाद उसके नए पंख निकल आए और वह पहले जैसे ही हो गया।अब वह तोता  ऐसी स्थिति में आ चुका था कि वह उड़ सकता था।

जब शिकारी को मालूम हुआ कि तोता उड़ने के लायक हो गया है तो उसने उस तोते को खुले आसमान में छोड़ दिया। जब वह तोता आकाश में ऊंचाई पर उड़ने लगा तो शिकारी देखकर बहुत प्रसन्न  हुआ और वह तोता भी बहुत खुश  था और शिकारी उसके प्रति बहुत ही कृतज्ञ था।

उसने अपनी कृतज्ञता को प्रकट करने के लिए एक सुंदर सा फल लेकर शिकारी के पास आया।

यह सब एक लोमड़ी देख रही थी। लोमड़ी उस तोते से बोली कि मित्र जो तुम्हें किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा सकता है उसको प्रसन्न करने की क्या आवश्यकता है और उससे तुम्हें क्या लाभ होगा।

तब उस तोते ने उस लोमड़ी को जवाब दिया कि जो मुसीबत में कभी किसी प्रकार की सहायता किसी की करता है उसका एहसान मानना चाहिए। और जो हानि पहुंचाने वाले लोग हैं उन से सावधान रहना चाहिए।

दोस्तों इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि जो मुसीबत में साथ दें ,उसका साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए ,और उसके प्रति हमेशा कृतज्ञ रहना चाहिए कभी भी उसकी आवश्यकता पड़े यदि वह संकट में आ जाए ।तो हमें उसकी मदद करना चाहिए।

क्योंकि भगवान भी उन्हीं लोगों की मदद करता है जो दूसरों की मदद करते हैं।इस संसार का एक नियम है कि आप जैसा करेंगे वैसा ही आपको मिलेगा। और जितना करेंगे उससे ज्यादा आपको मिलेगा।

इसी तरह किसी के प्रति आप एहसान करते हैं तो उस एहसान का बदला आपको कई गुना बढ़कर मिलेगा।और यदि किसी को आप हानि पहुंचाते हैं तो वह हानि आपको कई गुना अधिक हो करके मिलेगी।

दोस्तों हमें याद रखना चाहिए कि जिसने कभी भी संकट के समय साथ दिया है उसके प्रति जीवन भर आभार मानना चाहिए ,और यदि वह कभी भी किसी तरह की मुसीबत में फंस जाता है तो  हमें उसकी सहायता अवश्य करनी चाहिए।

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