शरीर में थकान और कमजोरी क्यों होती है |थकान दूर करने के उपाय-sharir me thakan kamjori kyon hoti hai door karne ke upay

 मुझे थकान बहुत होती है यार कुछ जुगाड़ बताओ शायद यह  आज और आने वाले समय का सबसे बड़ा सवाल बनने वाला है। इंसान की बदलती जीवनशैली ने इंसान को मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से इतना निचोड़ लिया है, कि वह कितना भी चाहे उसे थकान लग ही जाती है।

 अब बड़ा सवाल यह है कि थकान क्यों लगती है ।इसको दूर करने के उपाय क्या करें ।इन सब का उत्तर जानने से पहले हमें यह जानना जरूरी है कि थकान क्या है क्योंकि बिना मर्ज जाने उसके लक्षण और इलाज करना बेहद ही मूर्खतापूर्ण बात है।

 शरीर में थकान और कमजोरी क्यों होती है |थकान दूर करने के उपाय-sharir me thakan kamjori kyon hoti hai door karne ke upay

थकान का अर्थ-thakan ka arth

शरीर में थकान और कमजोरी क्यों होती है |थकान दूर करने के उपाय-sharir me thakan kamjori kyon hoti hai door karne ke upay


थकान एक प्रकार का विकार है ।जिसको अंग्रेजी में क्रॉनिक फॉटिग सिंड्रोम कहते हैं। आश्चर्य की बात यह है कि आज विज्ञान ने बहुत प्रगति कर ली है, परंतु थकान का मुख्य कारण आज भी अज्ञात है।

 और अधिक शहरों में कहे तो थकान एक तरह से हवा है। इसे नाम दे सकते हैं और ना ही उसकी उत्पत्ति का अंदाजा लगा सकते हैं। परंतु वह हमें  महसूस होती है। थकान के विषय में सबकी अपनी-अपनी राय होती है।

,परंतु जब उसे थकान का सटीक जवाब दिया जाता है तो वह यह है ,कि किसी भी मनुष्य प्राणी पर जब उसकी क्षमता से अधिक कार्य बोझ डालने पर जो बदलाव उसके शरीर में आते हैं उन्हें थकान कहते हैं।

बदलावों से आशय उन शारीरिक एवं मानसिक असमानताओं से है जो उस कार्य बोझ को पूरा करने के बाद मनुष्य के शरीर में आते हैं।

हर व्यक्ति की अपनी एक सीमित कार्य क्षमता होती है। क्योंकि मनुष्य भगवान नहीं है जो असीमित कार्यक्षमता के साथ व कार्य करें ,और तो और सिर्फ इंसान ही नहीं सभी प्राणियों की एक सीमित क्षमता होती है। इसके बाद उनके कार्य करने की उपयोगिता क्षीण होती जाती है, और इसी क्षीण होती हुई उपयोगिता के साथ शरीर में बदलाव आते हैं। जिन्हें हम कह देते हैं थकान।

आप सभी ने सुन रखा होगा चीटियां अपने वजन से 20 गुना ज्यादा तक वजन उठा लेती हैं। क्या कभी किसी ने गौर किया कि क्या होगा यदि चींटी है 21 गुना ज्यादा वजन उठा ले। सीधी सी बात है चीटी 21 * वजन उठाकर चल ही नहीं पाएगी जो कार्य क्षमता उसकी 20 गुना वजन उठाने के बाद थी, यानी कि वह 20 गुना वजन उठाकर चल सकती थी। वह उपयोगिता थी। परंतु इतना वजन के साथ उसकी उपयोगिता खत्म हो गई, और यदि उसे जबरदस्ती उठाकर काम करवाया जाए तो फल स्वरुप चींटी के शरीर में बहुत सारे बदलाव आएंगे और चींटी को संभवत थकान महसूस हो।

 आजकल मनुष्यों को थकान लगने के मुख्यता दो कारण है

1-मानसिक समस्या

2-शारीरिक समस्या

अब दोनों कारणों को विस्तार से जानते है

1-मानसिक समस्या-manshik samsya

 इसमें बहुत सारे कारक जुड़ जाते हैं मानसिक समस्या में गृह क्लेश, आर्थिक चिंता, पारिवारिक चिंता

यह सभी इत्यादि आते हैं एक मनुष्य को इन सभी चीजों के बारे में सोचना पड़ता है। जिसके फलस्वरूप वह अपने कार्य के घंटों के अलावा भी जो समय मिलता है ।वह इन सब चीजों के बारे में सोच- सोच कर बिता देता है ,और इसी प्रकार उसका शरीर थकान का आदी हो जाता है। उसके शरीर को थकान महसूस होती है।

इंसान का मस्तिष्क ही उसकी सारी मानसिक समस्याओं का जड़ है। मस्तिष्क के बल पर ही इंसान ने सभी क्षेत्रों में प्रगति की है। पर यह भी इसका एक कटु सत्य है ,कि इंसान की बहुत सारी समस्याओं का जड़ भी यही मस्तिष्क है।

 मस्तिष्क का यदि प्रयोग सही चीज में किया जाए तो वह एक वरदान है। परंतु जब आप उससे बिना वजह की चीजें सोचने लगे तो वह महज एक समय की बर्बादी है। जिससे बहुत सारे नुकसान होते हैं।

 मस्तिष्क थॉमस अल्वा एडिसन के पास भी था और मस्तिष्क एक आम आदमी के पास भी है। परंतु फर्क क्या है कि थॉमस अल्वा एडिसन ने उसका प्रयोग साइंस विज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए किया और एक आम आदमी मस्तिष्क का प्रयोग विभिन्न विभिन्न चीजों को सोचने में  कर देता है ।जिससे उसका कोई भला नहीं होगा।

 थकान लगने का दूसरा सबसे मुख्य कारण है

 शारीरिक समस्या-sharirik samsya

 इससे आशय यह है कि मनुष्य शरीर पर जो अधिक बोझ डाला जाता है उससे उत्पन्न होने वाली समस्याओं को हम कहते हैं शारीरिक समस्या।

 शारीरिक समस्या कई कारकों से उत्पन्न हो सकती है। जिसमें से मुख्य कारक है इंसान को संतुलित आहार की कमी। संतुलित आहार की कमी से इंसान शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं में कमी आती है।

 जिसकी वजह से इंसान के शरीर में खून का आदान-प्रदान पूरी तरीके से सुचारू रूप से नहीं हो पाता है। क्योंकि खून के आदान-प्रदान का सबसे बड़ा जरिया यही लाल रक्त कोशिकाएं होती हैं। अब जब यही लाल रक्त कोशिकाएं ही कम रहेंगे तो इंसान को जाहिर सी बात है कि उसके शरीर में कुछ अंगों में खून नहीं पहुंचेगा, जिसकी वजह से वहां थकान और वहां दर्द की अनुभूति हो सकती है।

 अब जान लेते हैं थकान के लक्षण क्या है-thakan ke lakshan

1-थकान के मुख्य लक्षणों में है

2-असमय बार बार नींद लगना

3-शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द होना

4-सिर दर्द होना

5-किसी कार्य में मन ना लगना

6-अटपटा अटपटा महसूस करना

इत्यादि

 थकान को दूर करने के उपाय-thakan door karne ke upay 

जैसा कि हमने समझा है कि थकान मुख्यता दो कारणों से होती है जो कि मानसिक एवं शारीरिक हैं तो हमें थकान को दूर करने के लिए भी इन्हीं दो कारणों को दूर करना जरूरी है।

शारीरिक समस्या को दूर करने के लिए सर्वप्रथम हमें संतुलित आहार लेना होगा। उचित उचित समय पर डॉक्टर के चेकअप के लिए जाना होगा। सारी फल सब्जियों का एक उचित मात्रा में सेवन करना होगा। जिससे कि हमारे शरीर को उचित विटामिन, प्रोटीन, मिनरल्स इन सब चीजों की पूर्ति होती रहे और मानव शरीर को किसी चीज की कमी ना हो।

 दूसरी और मानसिक समस्याओं को दूर करने के लिए

 सर्वप्रथम हमें अधिक सोचना बंद करना होगा

24 घंटे में एक बार अनिवार्य रूप से या तो सुबह या तो शाम एक समय 1 घंटा योगासन  करना

प्राणायाम करना

ईश्वर की भक्ति करना इत्यादि

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